लूटा जाएगा मणीमहेश यात्रियों को। पवित्र मणीमहेश यात्रा का हो रहा व्यापारीकरण
चम्बा से नरेंद्र
टुडे टाइम्स शिमला = हर वर्ष की भान्ति इसबार होने जा रही पवित्र मणीमहेश यात्रियों को हैलीकॉपटर के माध्यम से भरमौर से मणीमहेश तक (गौरी कुण्ड) जाने के लिए देना होगा लगभग 3000/= रूपए एक तरफा किराया, और लगभग 6000/= रूपए दो तरफ आने-जाने का। जबकि पिछली बार यही एक तरफा किराय लगभग 1800/= रूपए था। गौर तलब है कि जितनी दूरी भरमौर से गौरीकुण्ड की है उतनी ही दूरी कट्ड़ा से मॉ वैष्णों देवी की है वहां भी हैलीकॉपटर का एक तरफा किराया मात्र 1200/= रूपए है। मणीमहेश में जो शिवभक्त लंगर(भण्डारा) लगाते हैं उनसे भी मोटी रकम वसूल की जाती है। मानो वह लंगर लगाकर धार्मिक कार्य नहीं जैसे कोई गुनाह कर रहे हैं जिसके बदले में जिला व स्थानीय प्रशासन द्वारा उनसे जुर्माना वसूल किया जाता है। पवित्र मणिमहेश यात्रा के दौरान हर वर्ष सरकार को करोड़ों का चढ़ावा आता है, परन्तु शिव भक्तों की दी जाने वाली सुविधाएं शुन्य मात्र हैं। मामला हिन्दू धर्म की आस्था से जुड़ा है इसलिए सरकार व प्रशासन विशेष ध्यान नहीं देते। मणिमहेश जाने वाले शिव भक्तों के लिए कठिन रास्ते में न पीने के लिए स्वच्छ जल की व्यवस्था होती, न वारिश से बचने का कोई प्रबंध, न उचित स्वास्थ्य सुविधा। गैहरा से लेकर हड़सर तक सड़क बेहाल, घण्टों तक लगा रहता है जाम। हड़सर में पार्किंग कि कोई उचित सुविधा नहीं। गत वर्ष कई गाडियॉ व मोटर साईकिल चोरी हुए थे। सब भोलेनाथ भरोसे। मामला हिन्दू धर्म से जुड़ी आस्था का है इसलिए सब राम भरोसे है। यदि यही यात्रा हिन्दू धर्म के अलावा किसी दूसरे धर्म की होती तो शायद सरकार व प्रशासन भरपूर मूलभूत सुविधाओं के साथ साथ हैलीकॉपटर किराए में भी 100% सबसिडी देती। मणिमहेश जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अगर महादेव शिव में आस्था रखने वाले शिवभक्त जगह जगह लंगर लगाकर व अन्य सुविधाएं उपलब्ध न करवाएं तो यह यात्रा अति कठिन हो जाए। यह मांग की जा रही है कि भरमौर से मणिमहेश तक हैलीकॉपटर किराया वृद्धि को लेकर पुन: विचार करें और श्रद्धालुओं के लिए हर संभव सुविधा उपलब्ध करवाए। ताकि हर वर्ग का शिव भक्त आसानी से भोले नाथ के चरणों मे जाकर अपनी यात्रा पूर्ण कर सके।