टूडेटाइम्स न्यूज शिमला-उत्तरकाशी से छितकुल 90 किलोमीटर की पैदल ट्रेक पर दो विदेशियों सहित 23 सदस्य दल ट्रेकिंग पर निकला था। जिसमें एक ट्रेकर की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक यह दल सांगला नहीं पहुचां है। बताया जा रहा है कि दो दिन पहले उतराखंड क्षेत्र के बरासु पास में एक ट्रैकर की मौत हुई थी और इसकी सूचना ट्रेकरज के साथ चल रहे, दो रिपोर्टरज ने हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिला के सम्बंधित क्षेत्र में तैनात आईटीबीपी को दी और फौरन आईटीबीपीकी के 50वीं बटालियन के 20 से अधिक जवान रेस्क्यू के लिए रवाना हुए और साथ ही सांगला थाने से थाना प्रभारी समेत एक दल मौके के लिए रवाना हुआ लेकिन अधिक बारिश और ठंड के कारण रेस्क्यू में परेशानियां आई। उल्लेखनीय है कि छितकुल से करीब 40 किलोमीटर दूर बरासु पास उत्तराखंड क्षेत्र में एक ट्रेकर की मौत हो गई थी। जिसकी पहचान महाराष्ट्र निवासी हर्षद आमटे के रूप में हुई थी। इस ट्रेकिंग दल में नौ महाराष्ट्र के, एक फरीदाबाद, दो विदेशी मेक्सिको, एक गाइड, एक ट्रेकर लीडर, एक कूक और आठ रिपोर्टरज शामिल थे। करीब 90 किलोमीटर के पैदल ट्रेक पर निकले दल को खराब मौसम के कारण बरासु पास के आसपास रास्ता भटकने के कारण मुश्किलं आई और खराब मौसम ठंड के कारण ट्रैक्टरों की हालत बिगड़ती गई। इसी दौरान एक ट्रेकर की मौत हो गई। स्थिति बिगड़ने के बाद 2 रिपोर्टरों ने जैसे-तैसे आईटीबीपी कैंप पहुंचकर मदद की गुहार लगाई। हालांकि ट्रेकर टीम बरासु पास के बाद 10 किलोमीटर पैदल सफर के बाद बुंगा नामक स्थान में बेस केंम्प लगाने वाला था और उस से 12 किलोमीटर दूर दुमती में आईटीबीपी का भी बेस कंेम्प है । यहाँ मौसम साफ होने की सूरत में चॉपर के उतरने की भी व्यवस्था है। इस बेस केंम्प से छितकुल गांव की दूरी 24 किलोमीटर है। ठंड और खराब मौसम के कारण रात रेस्क्यू टीम और ट्रेकर का दल छितकुल से करीब 3 किलोमीटर दूर पहुँचा है और आज यह दल सांगला पहुचेंगा।
